𝐒𝐀𝐓𝐋𝐎𝐊 𝐀𝐒𝐇𝐑𝐀𝐌 𝐌𝐔𝐍𝐃𝐊𝐀(@sadelhimundka) 's Twitter Profile Photo

मिसरी बिखरी रेत में, हस्ती चुनी न जाय।
कीड़ी है करि सब चुनै, तब साहिब कूं पाय।।


मिसरी बिखरी रेत में, हस्ती चुनी न जाय।
कीड़ी है करि सब चुनै, तब साहिब कूं पाय।।

#SatlokAshramMundka 
#KabirIsGod
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कबीरजी कहते हैं कि इस संसार में हम तो सबसे बुरे हैं, और हमसे सब कोई अच्छे हैं। जिसने विनम्रतापूर्वक ऐसा करके समझा, वही हमारा मित्र है।


कबीरजी कहते हैं कि इस संसार में हम तो सबसे बुरे हैं, और हमसे सब कोई अच्छे हैं। जिसने विनम्रतापूर्वक ऐसा करके समझा, वही हमारा मित्र है।

#SatlokAshramMundka 
#KabirIsGod
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पूर्ण सतगुरु वही है जो तीन बार में नाम दे और स्वांस की क्रिया के साथ सुमिरण का तरीका बताए। तभी जीव का मोक्ष संभव है।


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वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ने आध्यात्मिक ज्ञान को सच्चे अर्थों में सार्थक रूप से समझाया है। संत रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के ग्रंथों को खोलकर उनके गूढ़ रहस्यों को सरल करके बताया है।


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कबीर साहेब जी कहते हैं कि जो स्त्री परदे में रहती है और सद्गुरु के दर्शन कर उनके श्रीमुख से निकले ज्ञानोपदेश को नहीं सुनती, वह भविष्य में कूकरी (पशु योनि) होगी और नंगे बदन घूमती फिरेगी!


कबीर साहेब जी कहते हैं कि जो स्त्री परदे में रहती है और सद्गुरु के दर्शन कर उनके श्रीमुख से निकले ज्ञानोपदेश को नहीं सुनती, वह भविष्य में कूकरी (पशु योनि) होगी और नंगे बदन घूमती फिरेगी!

#satlokashrammundka 
#KabirisGod
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की पृथ्वी से दूरी. कहा जाता है कि सतलोक एक ऐसा स्थान है जहाँ सुख ही सुख हैं और वहाँ किसी वस्तु का अभाव नहीं है।


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Wake up call.....(@way_of_worship) 's Twitter Profile Photo

कबीर ये तन विश की वेलरी, गुरु अमृत की खान शीश दिए जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान ।।

Sant Rampal Ji Maharaj 🙏





Mundka

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Hanuman Das(@Hanuman2090) 's Twitter Profile Photo

निन्दा तथा बिन्दा अर्थात् व्यर्थ का वाद-विवाद त्यागकर सन्तों से मेल कर सन्तों के विचार सुनने से आत्मा जाग्रत होती है।


निन्दा तथा बिन्दा अर्थात् व्यर्थ का वाद-विवाद त्यागकर सन्तों से मेल कर सन्तों के विचार सुनने से आत्मा जाग्रत होती है।

#satlokashrammundka 
#KabirisGod
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JAYDEV SAHA 💯(Fb)(@JaydevSaha7) 's Twitter Profile Photo

गरीब धरम धसकत है नहीं, धसकें तीनूं लोक । खैरायत में खैर हैं, कीजै आत्म पोष ।।
🌾🌾🌾🌾

गरीब धरम धसकत है नहीं, धसकें तीनूं लोक । खैरायत में खैर हैं, कीजै आत्म पोष ।।
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#सत_भक्ति_संदेश 
#KabirIsGod
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