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सुरेश पंत sureshpant

@drsureshpant

भाषाप्रेमी; हिंदी-संस्कृत से विशेष लगाव; व्याकरण, शब्दव्युत्पत्ति में रुचि।
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calendar_today29-03-2011 16:37:44

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आँवला <आमलकी (Indian gooseberry), बहुत गुणकारी औषधीय फल है।
'नमाम्यामलकीं देवीं पत्रमालाद्यलङ्कृताम्।
शिवविष्णुप्रियां दिव्यां श्रीमतीं सुन्दरप्रभाम्॥'
(वृहद्धर्म्मपुराण, अ. १२)

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'त्रास' का फ़ारसी संबंध
संस्कृत √त्रस् (डरना)+ घञ् = त्रास (भय) से फ़ारसी में तर्स (डरना)। ख़ुदा-ना-तर्स (خُدا نا تَرس) ईश्वर से न डरनेवाला। तरसाँ (تَرْساں) भयभीत, त्रस्त।
उपसर्गो और प्रत्ययों की सहायता से 'त्रास' से बने अनेक शब्द हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में विद्यमान हैं।

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The worst inferno that has swept through the forests of Uttarakhand has become dangerously out of control this year. Hapless people have been left to face it themselves. Several lives lost.
Who cares?

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नाम में क्या रखा है
इतना प्यारा फूल और नाम ऐसा कि किसी भले मानस को भूलकर भी नहीं कह सकते। ऐसा सहिष्णु स्वभाव कि कहीं भी उग आए और बिना देखभाल के बना रहे अमर। जाने किसने नामकरण किया होगा- बेशर्म, बेहया, थेथर। अंग्रेजी भली जिसमें इसका एक नाम मॉर्निंग ग्लोरी भी है।
आप क्या कहते हैं?

नाम में क्या रखा है इतना प्यारा फूल और नाम ऐसा कि किसी भले मानस को भूलकर भी नहीं कह सकते। ऐसा सहिष्णु स्वभाव कि कहीं भी उग आए और बिना देखभाल के बना रहे अमर। जाने किसने नामकरण किया होगा- बेशर्म, बेहया, थेथर। अंग्रेजी भली जिसमें इसका एक नाम मॉर्निंग ग्लोरी भी है। आप क्या कहते हैं?
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चुनाव आयोग, उच्चतम न्यायालय की कें. प्राधिकृत समिति, राज्य सरकार और एनजीटी ने भी वन कर्मियों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखने को कहा कि वे वनों को भस्म होने से बचाने के कर्तव्य का निर्वहन कर सकें। किंतु जिला प्रशासन ने अक्षम्य अनदेखी की। क्या जिले की समानांतर सरकार सबसे बड़ी होती है?

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Kumaon Jagran(@KumaonJagran) 's Twitter Profile Photo

उत्तराखंड में जंगल की आग: सुप्रीम कोर्ट 8 मई को करेगा तत्काल सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने 6 मई को उत्तराखंड में लगी भयानक जंगल की आग पर दायर याचिकाओं पर 8 मई को तत्काल सुनवाई करने का फैसला लिया है। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि इन आग में से 90% 'मानव निर्मित' हैं, यानी लोगों द्वारा…

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भाषा रंगों की, सावधान करने के लिए। नोटिस के सतरंगी कोने, सात आशय।
' ये नोटिस सात तरह के होते हैं- रेड, येलो, ब्लू, ब्लैक, ग्रीन, ऑरेंज और पर्पल. सबका अलग-अलग काम है.'
जानें 👇 thelallantop.com/news/post/what…

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मिर्च कड़वी या नीम या दोनों?
मिर्च 🌶️ के स्वाद 🔥पर चर्चाएँ पहले भी हुईं परंतु भाषा के मामले में एकमत होना प्रायः आवश्यक नहीं माना जाता।
आप 🔥🌶️ को क्या कहते हैं?

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Guru(@KamathGurudutt) 's Twitter Profile Photo

Today, I forgot today in French.
Aujourd'hui, I forgot Aujourd'hui.

When I am looking for a French word, German words pop up....not juste heute but ever!

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भाआभा परिवार की पू पहाड़ी समूह की नेपाली केवल नेपाल की भाषा नहीं, भारत की भी है। संविधान की आठवीं अनुसूची में परिगणित है; सिक्किम, प बंगाल की राजभाषा है। असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, उत्तराखंड में अनेक भारतीयों सहित भूटान, तिब्बत म्यांमार में भी अनेक लोग नेपाली बोलते हैं।

भाआभा परिवार की पू पहाड़ी समूह की नेपाली केवल नेपाल की भाषा नहीं, भारत की भी है। संविधान की आठवीं अनुसूची में परिगणित है; सिक्किम, प बंगाल की राजभाषा है। असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, उत्तराखंड में अनेक भारतीयों सहित भूटान, तिब्बत म्यांमार में भी अनेक लोग नेपाली बोलते हैं।
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कवि
√कु (बोलना)+ इ प्रत्यय। प्रयोग की दृष्टि से कवि के अर्थ हैं- क्रांतदर्शी, सर्वज्ञ, प्रतिभाशाली, बुद्धिमान, विचारक, ऋषि, काव्य (साहित्य) रचने वाला, जो कविता की सराहना कर सके, प्रतिभाशाली, चतुर, बुद्धिमान। सूर्य, ब्रह्मा, विष्णु, शुक्राचार्य कवि हैं, महर्षि वाल्मीकि आदि कवि।

कवि √कु (बोलना)+ इ प्रत्यय। प्रयोग की दृष्टि से कवि के अर्थ हैं- क्रांतदर्शी, सर्वज्ञ, प्रतिभाशाली, बुद्धिमान, विचारक, ऋषि, काव्य (साहित्य) रचने वाला, जो कविता की सराहना कर सके, प्रतिभाशाली, चतुर, बुद्धिमान। सूर्य, ब्रह्मा, विष्णु, शुक्राचार्य कवि हैं, महर्षि वाल्मीकि आदि कवि।
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भारतीय उपमहाद्वीप में 'अद्य' (today) के लिए प्रयुक्त विविध शब्द, उनके मूल भाषा-परिवार के संकेत सहित।
भारतीय भाषाओं में रुचि रखने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी।

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पुराने शब्द लवण से व्युत्पन्न हैं और चलन में रहे हैं- लोन, नोन, नून आदि। नमक > (निमख) देर से आया है किंतु अब इसका ही चलन अधिक है।
twitter.com/drsureshpant/s…

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Sarvesh Tiwari(@bhAratenduH) 's Twitter Profile Photo

पदारूढ भए बाद भूल जात नीति धर्म
सुविधा-शुल्क मान कै रिस्वत पचात हैं
औसरवादी लोग हू **/ढोकत प्रणाम झुक/**
अपनी ही भलाई कँ तेरे गुन गात हैं!

(राजस्थानी/ब्रजभाषा व्यंग्य, दामोदर लाल तिवारी)

तुम पद **/ढोकत सीस/** झरी रज
अब ठगको कर नाहिं वगै जी
टूट्यो चिर मिथ्यात महाज्वर
भागाँ मिल…

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राजस्थानी और कुमाउँनी में प्रणाम करने के लिए एक संयुक्त क्रिया है- ढोक देना अथवा ढोक लगाना।
'शब्द सागर' ने 'ढोकना' (ḍhōkanā) क्रिया को ढुकना < झुकना (नम्र रहना) से माना है और एक उदाहरण दिया है:
'दया सबन पै राखि गुरन के चरनन ढोकत'
क्या आपकी बोली/भाषा में भी 'ढोक' शब्द है?

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कौन-सा फल?
~फल, फलक (a fruit)
~फल, फलक, पार्श्व (lateral side)
~फल, फाल (हल का नुकीला भाग जो खेत को जोतता है ploughshare, तीर की नोक, तलवार की धार)
~फल, परिणाम (result, consequences)

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'नागरी में अंक 6 (छह) को छः लिखना आम चलन हो गया है. हिंदी छह का विकास संस्कृत षट् से हुआ. अपभ्रंश से हिंदी में आए छह का उच्चारण पदांत अ-कार के लोप के कारण छह् हो गया और ह् का उच्चारण विसर्ग (:) जैसा होने के कारण छह को छः लिखा जाने लगा.'
(समीक्षा से साभार)
hindi.news18.com/news/literatur…

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सुरेश पंत sureshpant(@drsureshpant) 's Twitter Profile Photo

भाई abcd, मैं हर समय तो X पर होता नहीं। प्रश्न अनदेखा रह सकता है। सरल जिज्ञासाओं में यह अपेक्षा भी रहती है कि पूछने वाला स्वयं समाधान पाने में समर्थ है।
🐯
नाहर (सिंह, शेर) संस्कृत के नख (नाखून) + दर (√दृ-फाड़ना, चीरना)> नखहर से बना है। जो नाखूनों से फाड़ कर शिकार करता हो, नाहर।

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हाथ में कंगन, तो आरसी क्या
उन्नति-प्रगति, आयु-उम्र, आस्था-निष्ठा, विधि-विधान, अर्थ-आशय, आमंत्रण-निमंत्रण, आवास-निवास, विकास-वृद्धि, भ्रम-संदेह और ऐसे ही अनेक शब्दों का प्रयोग करते हुए चूक की संभावना न रहने देने में सहायक हो सकती हैं - 'शब्दों के साथ-साथ' और 'शब्दों के साथ-साथ-2'

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डॉ. संजीव मिश्र(@drsanjivkmishra) 's Twitter Profile Photo

देश में लोकसभा चुनाव अभियान तेज है।
चुनाव के मौसम में दो शब्द बहुत चल रहे हैं: उन्नति और प्रगति। देश ने उन्नति की या प्रगति? या दोनों? क्या अंतर है दोनों में?
शब्दों के प्रयोग की ऐसी अनेक गाँठें खोलती हैं सुरेश पंत sureshpant जी की पुस्तकें 'शब्दों के साथ-साथ'...

देश में लोकसभा चुनाव अभियान तेज है। चुनाव के मौसम में दो शब्द बहुत चल रहे हैं: उन्नति और प्रगति। देश ने उन्नति की या प्रगति? या दोनों? क्या अंतर है दोनों में? शब्दों के प्रयोग की ऐसी अनेक गाँठें खोलती हैं @drsureshpant जी की पुस्तकें 'शब्दों के साथ-साथ'... #LokSabhaElections2024
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