एक समुदाय विशेष के बारे मे ऐसा बोलना और एक व्यक्ति विशेष के बारे मे ऐसा बोलना। ज्यादा गलत कौन है, व्यक्ति विशेष से द्वेषता हो सकती है पर किसी समाज विशेष से क्या द्वेषता।
ऐसी भाषा कभी भी एक राष्ट्राध्यक्ष की नही हो सकती! क्या मुसलमान देश का हिस्सा नही है क्या मुस्लिम होना गुनाह! जिस तरह मुस्लिम होना इनके लिए गुनाह है ठीक उसी तरह ST/SC और OBC होना भी एक दिन इस राष्ट्र मे गुनाह होगा। क्योकि तब वो लोग ये भाषा बोलेगे जो आज विरोध नही कर रहे या इस बात